आपदा प्रबंधन
राष्ट्रीय परिपेक्ष में आपदा प्रबंधन के लिए एक समग्र, सक्रिय, बहु-आपदा और प्रौद्योगिकी आधारित रणनीति विकसित करके एक सुरक्षित भारत का निर्माण करना है। यह लोगों पर आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए रोकथाम, शमन और तैयारियों के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है । पूरी प्रक्रिया में प्रशासन, समुदाय और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) आदि सभी एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों के माध्यम से ही संभव हो पायेगा ।
आपदा प्रबंधन का मूल उद्देश्य एक आपदा जैसी परिस्थिति में समन्वित तरीके से तत्काल प्रतिक्रिया करना और आपदाओं के संभावित प्रभाव से लोगों और संपत्ति के नुकसान को कम करना है ।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना द्वारा की गई बिभिन्न गतिविधियाँ :
- जिला आपातकालीन ऑपरेशन केंद्र पर एक रिपोर्ट (PDF 3 MB)
- सिविल रक्षा / होम गार्ड्स / एनकेवाईएस / रेड क्रॉस / एनसीसी / एनएसएस के लिए बुनियादी आपदा प्रबंधन पर व्यापक क्षमता निर्माण कार्यक्रम पर रिपोर्ट(PDF 2.6 MB)
- जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना द्वारा की गई पहल पर एक रिपोर्ट(PDF 1.1 MB)
- हरोली ब्लॉक के अंतर्गत कार्य दल के गठन और प्रशिक्षण बारे रिपोर्ट(PDF 2.6 MB)
- ऊना ब्लॉक के अंतर्गत कार्य दल के गठन और प्रशिक्षण बारे रिपोर्ट (PDF 2.3 MB)
- बंगाना ब्लॉक के अंतर्गत कार्य दल के गठन और प्रशिक्षण बारे रिपोर्ट (PDF 2.3 MB)
- हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) द्वारा आयोजित जन जागरूकता और क्षमता निर्माण अभियान (PDF 3.1 MB)
- अवलोकन गृह- सामूर कला उना में मॉक ड्रिल और संवेदीकरण कार्यक्रम (PDF 831 KB)
- जिला ऊना में भूकंप आपदा पर राज्य स्तर मेगा मॉक ड्रिल (PDF 4.0 MB)
अधिक जानकारी हेतु, कृपया राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संपर्क करें अथवा आपदा प्रबंधन अधिनियम देखें |